Tuesday 17 May 2011

bhikaran ki chudai

नमस्ते मेरा नाम मनोज है आज मैं आप को एक असी कहानी बताने जा रहा हो  कहानी एक बिखरान की चुदाई की है मैं सम को ठेके पर बता   दर्रू पे रहा था तभी मेरी नजर एक बिखरान पर पद गयी उस को देख कर मैं कम्ल्ला हो गया और बहार आ कर उस से बात की उस की गोद मैं एक बचा था उस ने गंदे कपडे डाले हूए थे मई उस को लेकर अपनी खेत की मोटर पैर ले गया उस को नलय जब उस को नंगा किया तो उस का बदन देख कर मैं गर्म हो गया उस के सरीर को पूरा साफ किया अब मेरे लैंड को पकड़ कर हिलाने लगी मैं किसी भी औरत की चोट नहीं मरता मैं तो उन की गांड  मरता हूँ जब मैंने उस की गंद को हाथ लगाया तो उस की गंद पूरी गर्म थी मैंने उसकी गांड को जीभ लगाया और गांड  मरना चुरू किया आधे घटे के बाद मैं खलास हो गया उस को १०० रुपे दे कर झोपड़े मैं छोड़ आया आप को मेरी कहानी कैसे लगी मेल करना क्रत्तन०२@गमी.com    

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